महा कुंभ के अंतिम अमृत स्नान में सुबह 10 बजे तक 62 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने लिया पवित्र स्नान, जानें पूरी खबर

महा कुंभ के अंतिम अमृत स्नान में 62 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने लिया पवित्र डुबकी, सुरक्षा और व्यवस्था पर विशेष ध्यान

More than 62 lakh devotees took a holy dip in the last Amrit Snan of Maha Kumbh
More than 62 lakh devotees took a holy dip in the last Amrit Snan of Maha Kumbh
WhatsApp Group Join Now

महा कुंभ का यह साल भारत के लिए एक ऐतिहासिक और आध्यात्मिक घटना बनकर उभरा है। उत्तर प्रदेश सरकार के अनुसार, अंतिम अमृत स्नान के दिन सुबह 8 बजे तक 62.25 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र डुबकी लगाई। यह आंकड़ा इस बात का प्रमाण है कि कुंभ का आकर्षण और आस्था का सागर कितना विशाल है।

कुंभ की गिनती में नया रिकॉर्ड

उत्तर प्रदेश सूचना विभाग के अनुसार, रविवार तक कुंभ में आने वाले तीर्थयात्रियों की कुल संख्या 34.97 करोड़ को पार कर चुकी है। यह आंकड़ा न केवल भारत बल्कि दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक के रूप में महा कुंभ की पहचान को और मजबूत करता है।

सुरक्षा और व्यवस्था पर विशेष ध्यान

इस बार के महा कुंभ में सुरक्षा और व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस आयोजन को “जीरो एरर” यानी गलती रहित बनाने के निर्देश दिए थे। यह निर्देश 29 जनवरी को हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद दिए गए थे, जिसमें भगदड़ में कम से कम 30 लोगों की जान चली गई और 60 से अधिक घायल हो गए थे। इस घटना के बाद प्रशासन ने सुरक्षा के और भी पुख्ता इंतजाम किए।

महा कुंभ लाइव: आस्था का सैलाब

महा कुंभ लाइव के माध्यम से दुनिया भर के करोड़ों लोगों ने इस आयोजन को देखा और महसूस किया। सोशल मीडिया पर #MahaKumbhLive ट्रेंड करता रहा, जहां श्रद्धालुओं और दर्शकों ने अपने अनुभव साझा किए। यह आयोजन न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक एकता का भी प्रतीक बन गया।

कुंभ का महत्व

कुंभ मेला हिंदू धर्म में सबसे पवित्र आयोजनों में से एक है। यह हर 12 साल में आयोजित किया जाता है और इस दौरान गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के संगम पर स्नान करने को मोक्ष प्राप्ति का मार्ग माना जाता है। इस बार का महा कुंभ और भी खास रहा क्योंकि इसमें कोरोना महामारी के बाद लोगों की आस्था और उम्मीदों को नई ऊर्जा मिली।

आगे की राह

महा कुंभ का यह आयोजन अब समाप्त हो चुका है, लेकिन इसकी यादें और प्रेरणा लोगों के दिलों में हमेशा जिंदा रहेगी। उत्तर प्रदेश सरकार ने इस आयोजन को सफल बनाने के लिए जो प्रयास किए, वह सराहनीय हैं। अब आगे की चुनौती यह है कि इस तरह के आयोजनों में सुरक्षा और व्यवस्था को और भी बेहतर बनाया जाए।

अगर आप महा कुंभ से जुड़ी और भी खबरें पढ़ना चाहते हैं, तो Khabar Hartaraf पर जाएं। यहां आपको ताजा और विश्वसनीय खबरें मिलेंगी।

यह भी पढ़े: महाराष्ट्र ब्लास्ट: ऑर्डनेंस फैक्ट्री में विस्फोट से 8 की मौत, 7 घायल

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here