मुंबई के जाने-माने नेता और पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीक़ की हत्या के मामले में एक नया मोड़ सामने आया है। हत्या के आरोपी ने नाबालिग होने का दावा किया था, लेकिन पुलिस द्वारा किए गए अस्थि-परीक्षण (ऑसिफिकेशन टेस्ट) में यह दावा झूठा साबित हुआ। इस मर्डर केस में तीन आरोपी हैं, जिनमें से दो को गिरफ्तार कर लिया गया है और एक अभी फरार है। बाबा सिद्दीक़ की हत्या ने मुंबई और महाराष्ट्र की राजनीति में खलबली मचा दी है। यहां हम इस मामले की जांच से जुड़े 10 मुख्य बिंदुओं पर नज़र डालेंगे।
1. हत्या और उसके संदर्भ:
12 अक्टूबर 2024 की रात, जब पूरा देश दशहरा मना रहा था, उस समय मुंबई के बांद्रा इलाके में बाबा सिद्दीक़ की तीन हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। यह हमला उनके बेटे ज़ीशान सिद्दीक़ के कार्यालय के पास हुआ। पुलिस ने बताया कि हमलावरों ने उनकी रेकी पहले ही कर रखी थी और हथियार कुछ दिन पहले ही दिए गए थे। घटना के बाद उन्हें लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
2. हत्या में शामिल आरोपियों का परिचय:
हत्या में तीन आरोपी शामिल थे—धर्मराज कश्यप, गुरमेल बलजीत सिंह, और शिव कुमार। धर्मराज कश्यप उत्तर प्रदेश का निवासी है, जबकि गुरमेल सिंह हरियाणा से है। तीसरे आरोपी शिव कुमार की अभी तक गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। जांच में पता चला कि आरोपी कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के लिए काम करते थे, जो फिलहाल गुजरात के साबरमती जेल में बंद है।
3. ऑसिफिकेशन टेस्ट का परिणाम:
धर्मराज कश्यप, जिसने खुद को नाबालिग बताया था, उसे पुलिस ने हिरासत में लिया और अदालत में पेश किया। उसके वकील ने दावा किया कि वह नाबालिग है। लेकिन अदालत के निर्देश पर हुए ऑसिफिकेशन टेस्ट में साबित हो गया कि वह नाबालिग नहीं है। इसके बाद उसे बालिग की तरह कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ा।
4. हमलावरों को दी गई रकम:
पुलिस के अनुसार, हत्यारों को इस वारदात को अंजाम देने के लिए 50,000 रुपये अग्रिम दिए गए थे। उनकी रेकी पहले से चल रही थी, और हमले से कुछ दिन पहले ही उन्हें हथियार मुहैया कराए गए थे। इस साजिश का मुख्य सूत्रधार प्रवीण लोंकार था, जिसे पुणे से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस अब उसके भाई शुभम लोंकार की तलाश कर रही है, जिसने इस हत्याकांड में मुख्य भूमिका निभाई थी।
5. लॉरेंस बिश्नोई का गैंग:
मुंबई पुलिस का मानना है कि यह हत्या लॉरेंस बिश्नोई गैंग के इशारे पर की गई। लॉरेंस बिश्नोई का नाम पहले भी कई हाई-प्रोफाइल मामलों में आ चुका है, जिनमें से एक सलमान खान की हत्या की साजिश भी शामिल है। पुलिस की कई टीमें इस मामले की जांच के लिए काम कर रही हैं, और वे बिश्नोई गैंग के अन्य सदस्यों की भूमिका की भी जांच कर रही हैं।
6. तीसरे आरोपी की तलाश:
तीसरा आरोपी शिव कुमार, जो उत्तर प्रदेश का निवासी है, अभी भी फरार है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आश्वासन दिया है कि उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि चाहे बिश्नोई गैंग हो या कोई अन्य अंडरवर्ल्ड गैंग, किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
7. राजनैतिक प्रतिक्रिया:
बाबा सिद्दीक़ की हत्या के बाद मुंबई और महाराष्ट्र की राजनीति में हड़कंप मच गया। कई राजनेताओं ने इस घटना पर शोक व्यक्त किया। शिवसेना नेता संजय निरुपम ने इस घटना को दुखद बताते हुए कहा कि पुलिस और सरकार को सख्त कदम उठाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाओं पर राजनीति नहीं होनी चाहिए, बल्कि दोषियों को जल्द से जल्द सजा मिलनी चाहिए।
8. बाबा सिद्दीक़ का अंतिम संस्कार:
बाबा सिद्दीक़ का अंतिम संस्कार 13 अक्टूबर को पूरे राज्य सम्मान के साथ किया गया। मुंबई के बड़े कबरिस्तान में उनकी अंतिम विदाई दी गई। इस मौके पर उनके परिवार, दोस्तों और राजनेताओं के साथ-साथ बॉलीवुड की हस्तियां भी मौजूद थीं
9. साजिशकर्ताओं की योजना:
10. जांच की प्रगति और अगला कदम:
मुंबई पुलिस ने इस हत्याकांड में तेजी से कार्रवाई की है। फिलहाल दो आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, और तीसरे की तलाश जारी है। पुलिस की कई टीमें देश भर में विभिन्न स्थानों पर दबिश दे रही हैं ताकि फरार आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जा सके। इस मामले की गहराई से जांच की जा रही है और जल्द ही कोर्ट में इसका चार्जशीट दाखिल किया जाएगा।
बाबा सिद्दीक़ की हत्या ने मुंबई और महाराष्ट्र की राजनीति में गंभीर सवाल खड़े किए हैं। इस हत्याकांड से यह साफ हो गया है कि मुंबई में अंडरवर्ल्ड गतिविधियां अब भी जारी हैं। हालांकि, पुलिस और सरकार दोनों ने इस मामले में सख्त कार्रवाई का वादा किया है। इस केस में दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलाने के लिए पुलिस की कार्रवाई जारी है।
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