महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को पुष्टि की कि नेपाल में दुर्घटनाग्रस्त हुई बस में जलगांव जिले भुसावल शहर के यात्री सवार थे। यह बस 150 मीटर गहरी खाई में गिरने के बाद मरस्यांग्दी नदी में जा गिरी थी, जिसमें कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई और 16 अन्य घायल हो गए।
फडणवीस ने कहा कि राज्य सरकार, नेपाल में भारतीय दूतावास और उत्तर प्रदेश के प्रशासन के साथ मिलकर मृतकों और घायलों को वापस लाने के प्रयास कर रही है। उन्होंने बताया कि जलगांव के जिला कलेक्टर भी उत्तर प्रदेश के महाराजगंज कलेक्टर के संपर्क में हैं ताकि पीड़ितों को जल्द से जल्द वापस लाया जा सके।
बस गोरखपुर, उत्तर प्रदेश से काठमांडू जा रही थी और यह दुर्घटना तनहुं जिले के आइना पहाड़ा में हुई। बस में कुल 43 लोग सवार थे, जिनमें से अधिकांश महाराष्ट्र के तीर्थयात्री थे जो नेपाल के 10-दिन के दौरे पर निकले थे। हादसे के वक्त बस पोखरा से काठमांडू की ओर जा रही थी।
नेपाल में इस हादसे को लेकर पहले से ही मानसून के कारण पहाड़ों पर यात्रा करना जोखिमभरा माना जा रहा था, और यह दुर्घटना इसी संदर्भ में हुई है। नेपाल में सड़कों की खराब स्थिति और मौसम की अनिश्चितता के कारण इस प्रकार की दुर्घटनाएं आम हो गई हैं।
राज्य सरकार ने पीड़ित परिवारों की मदद के लिए हरसंभव प्रयास करने का आश्वासन दिया है। इस दौरान महाराष्ट्र के राहत और पुनर्वास मंत्री अनिल पाटिल ने भी बताया कि सरकार उत्तर प्रदेश और नेपाल में स्थानीय अधिकारियों के साथ तालमेल बना रही है।