बॉम्बे हाई कोर्ट ने मंगलवार को सोलापुर कलेक्टर को चेतावनी दी कि अगर आषाढ़ी एकादशी त्योहार के दौरान पंढरपुर में किसी भी प्रकार की लापरवाही से कोई अप्रिय घटना होती है, तो इसके लिए उन्हें व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार ठहराया जाएगा।
वारीकारियों की सुरक्षा के उपाय
वारीकारियों, जो भक्ति परंपरा के अनुयायी होते हैं, साल में दो बार बड़ी संख्या में पंढरपुर के विठ्ठल रुक्मिणी मंदिर में होने वाले त्योहारों में शामिल होते हैं – आषाढ़ी और कार्तिकी एकादशी पर। इस साल आषाढ़ी एकादशी का महोत्सव 17 जुलाई को है, और सुरक्षा उपायों के लिए राज्य सरकार और संबंधित विभागों को हाई कोर्ट ने कड़ी हिदायतें दी हैं।
2020 में निर्माणाधीन कुम्भार घाट की 20 फुट ऊंची दीवार गिरने से छह लोगों की जान चली गई थी। इसके बाद वकील अजींय संगित्राओ ने संबंधित घाटों के निर्माण की याचिका दायर की थी। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने राज्य सरकार को निर्देश दिया कि सभी आवश्यक सुरक्षा उपाय सुनिश्चित किए जाएं और घाटों के निर्माण को वर्ष के अंत तक पूरा किया जाए।
प्रशासनिक तैयारी और सरकारी कदम
राज्य सरकार ने कोर्ट को बताया कि राजस्व विभाग ने सुविधाएं, अस्थायी छायाएं और शौचालय उपलब्ध कराने के लिए अपनी मशीनरी सक्रिय कर दी है। सिंचाई विभाग ने कुम्भार घाट को बैरिकेड्स से घेर दिया है और तीर्थयात्रियों को चेतावनी देने के लिए संकेत बोर्ड लगाए हैं। इसके अलावा, वहां चौबीसों घंटे अतिरिक्त सुरक्षा गार्ड तैनात किए गए हैं।
कोर्ट का आदेश
कोर्ट ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि अगर किसी प्रकार की अप्रिय घटना होती है, तो कलेक्टर और अन्य अधिकारी इसके लिए व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार होंगे। “हम यह दोहराना चाहेंगे कि सभी आवश्यक और उचित उपाय करने चाहिए सुरक्षा सुनिश्चित हो सके,” कोर्ट ने कहा।
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