खबर का मुख्य भाग: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल जून 2024 तक बढ़ा दिया गया है, जो लोकसभा चुनावों से पहले पार्टी की एक बड़ी कदम है।
पूर्व अध्यक्ष अमित शाह के स्थान पर नड्डा:
जेपी नड्डा ने 2020 में पार्टी के शीर्ष पद से अमित शाह के स्थान पर ले लिया था और उनका कार्यकाल जनवरी 2023 में समाप्त होने वाला था।
राष्ट्रीय परिषद में निर्णय:
यह एलान भाजपा के द्विदिवसीय राष्ट्रीय परिषद की बैठक में किया गया, जो दिल्ली के भारत मंडपम में हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, और सभी भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने पार्टी की मेगा बैठक में भाग लिया, जो रविवार को समाप्त हुई। पार्टी ने लोकसभा चुनावों में कौन सी रणनीति अपनानी है, इस पर चर्चा की।
नड्डा की अध्यक्षता के दौरान की जीतें:
जेपी नड्डा के अध्यक्षता के दौरान, भाजपा ने उत्तर प्रदेश, गुजरात, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान में विधानसभा चुनावों में जीत दर्ज की। उनकी अध्यक्षता की उन्नति लोकसभा चुनावों के आगामी चरण के आगे, जो किसी भी समय घोषित किया जा सकता है, उसे पार्टी के द्वारा एक संदेश है। प्रधानमंत्री मोदी ने भाजपा को कम से कम 370 सीटें और NDA को 400 सीटें प्राप्त करने का लक्ष्य सेट किया है।
नड्डा की बैठक में बोले वक्ता:
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि भाजपा ने अयोध्या और राम मंदिर के लिए हमारा वादा पूरा किया है। उन्होंने जोड़ा, “2014 में भाजपा ने 5 राज्यों का नेतृत्व किया, अब यह 12 राज्यों में और NDA 17 राज्यों में शासन कर रही है।”
सम्मेलन में उपस्थित व्यक्तित्व:
इस सम्मेलन में विभिन्न महत्वपूर्ण व्यक्तियों का भागीदारी देखने को मिला, जैसे कि केंद्रीय मंत्रिमंडल के मंत्री, राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय पार्टी के अधिकारी, राष्ट्रीय परिषद के सदस्य, वर्तमान और पूर्व सांसद, विधायक, विधायक परिषद सदस्य, पूर्व राज्य अध्यक्ष, लोकसभा क्षेत्रों के समन्वयक, मेयर्स, नगर निगमों और नगरपालिकाओं के अध्यक्ष, जिला पंचायत प्रमुख, जिला अध्यक्ष, जिला समन्वयक, विभिन्न फ्रंटों के राज्य समन्वयक, मीडिया, सोशल मीडिया और आईटी सेल के समन्वयक।
भाजपा के इस फैसले के बाद, राजनीतिक क्षेत्र में उत्साह और रूचि की बातें बढ़ी हैं, जबकि विपक्ष भी इसे गंभीरता से लेता है। नड्डा के दौरे के लिए एक बड़ा चुनाव चेतावनी है, जिसमें पार्टी को नई ऊर्जा और दिशा मिलती है।
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