कन्नड़ फिल्म और टेलीविजन की प्रसिद्ध अभिनेत्री अपर्णा वस्तारे का 57 वर्ष की आयु में फेफड़ों के कैंसर के कारण निधन हो गया। उनके पति ने सोशल मीडिया पर इस दुखद समाचार को साझा किया। अपर्णा अपने समय की एक जानी-मानी कलाकार थीं, जिन्होंने फिल्मों, टेलीविजन और रेडियो में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
1. फिल्मी करियर की शुरुआत: अपर्णा वस्तारे ने 1984 में पुट्टन्ना कनागल की अंतिम फिल्म ‘मसानदा हूवु’ से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की। इस फिल्म में उन्होंने अंबरीश और जयंती जैसे बड़े सितारों के साथ काम किया। इसके बाद उन्होंने ‘संग्राम’, ‘नम्मूरा राजा’, ‘सहसा वीरा’, ‘मातृ वात्सल्य’, ‘ओलविना आसरे’, ‘इंस्पेक्टर विक्रम’, ‘ओंदागी बालू’, और ‘डॉक्टर कृष्णा’ जैसी कई कन्नड़ फिल्मों में अभिनय किया।
2. टेलीविजन में योगदान: 1990 के दशक में अपर्णा ने दूरदर्शन चंदना पर टेलीविजन प्रस्तुतकर्ता के रूप में अपने करियर की नई शुरुआत की। उन्होंने 1998 में दीपावली विशेष प्रसारण के दौरान आठ घंटे की मेजबानी कर एक रिकॉर्ड बनाया। उनके द्वारा होस्ट किए गए कार्यक्रमों में ‘मूडल माने’ और ‘मुक्ता’ शामिल हैं।
3. रेडियो जॉकी के रूप में: 1993 में अपर्णा ने ऑल इंडिया रेडियो (AIR) के साथ रेडियो जॉकी के रूप में काम करना शुरू किया और AIR FM रेनबो की पहली प्रस्तुतकर्ता बनीं। उनकी अनोखी आवाज और प्रस्तुतिकरण कौशल के कारण उन्हें बेंगलुरु मेट्रो की घोषणाओं के लिए चुना गया।
4. रियलिटी शो और टीवी सीरीज में भागीदारी: 2013 में अपर्णा ने कन्नड़ रियलिटी टीवी शो ‘बिग बॉस’ के पहले सीजन में भाग लिया। इसके अलावा, उन्होंने लोकप्रिय कॉमेडी सीरीज ‘माजा टॉकीज’ में ‘वरलक्ष्मी’ की भूमिका निभाई, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा।
5. व्यक्तिगत जीवन: अपर्णा अपने पति नागराज वस्तारे के साथ बेंगलुरु के बनशंकरी में रहती थीं। नागराज एक प्रसिद्ध कन्नड़ लेखक और वास्तुकार हैं। अपर्णा ने अपने करियर में कई क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया और अपनी अनूठी पहचान बनाई।
अपर्णा वस्तारे का योगदान कन्नड़ फिल्म और टेलीविजन उद्योग में हमेशा याद किया जाएगा। उन्होंने अपने करियर के दौरान कई बड़ी उपलब्धियाँ हासिल की और अपने दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई।
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