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प्रो-पालेस्टाइनियन प्रदर्शनकारी विश्व युद्ध-1 स्मारक को तोड़ा और अमेरिकी झंडा जलाया, मेट गाला प्रदर्शनों में

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सेंट्रल पार्क, न्यूयॉर्क: अमेरिका में 6 मई को न्यूयॉर्क के सेंट्रल पार्क में विश्व युद्ध-1 के स्मारक को तोड़ा गया और अमेरिकी झंडा जलाया गया। इसके बाद यहां कई आंती-इजराइल प्रदर्शनकारी गाज़ा का नाम लिखी काली ग्राफिटी से स्मारक को भी अत्याचार किया।

Pro-Palestinian Protesters’ Outrage

प्रो-पालेस्टाइनियन प्रदर्शनकारियों का विरोध इसलिए हुआ क्योंकि पुलिस ने उन्हें वर्षावस्त्र संग्रहालय (Metropolitan Museum of Art) तक पहुंचने से रोक दिया। यहां वार्षिक फंडरेज़िंग गेला (Met Gala) आयोजित किया जा रहा था। प्रदर्शनकारियों के बारहजामे और संगठन विदित अभिनेताओं ने इस क्षेत्र की यात्रा को बाधित किया।

आंती-इजराइल प्रदर्शनकारी ने स्मारक पर किया तोड़-फोड़

स्मारक के पास तब तारिक 107 इन्फेंट्री स्मारक (One Hundred Seventh Infantry Memorial) में कई प्रदर्शनकारी अमेरिकी झंडा जला दिया। यहां पर “गाज़ा” लिखी काली ग्राफिटी भी दिखाई दी।

प्रदर्शनकारियों ने स्मारक के सैनिकों को पालेस्टिनी झंडे के स्टिकर्स लगाए और उन्हें “जनसंहार बंद करो। अपार्टाइड समाप्त करो। गज़ा को आज़ाद करो” लिखी पोस्टर्स से सजाया।

गिरफ्तारियों का संख्यात्मक बढ़ाव

मैडिसन एवेन्यू और ईस्ट 83वीं स्ट्रीट के कई प्रदर्शनकारी गिरफ्तार किए गए। ये लोग हंटर कॉलेज से मेट गेला की तरफ मार्च कर रहे थे। प्रदर्शनकारी लोग फिफ्थ एवेन्यू पर उत्तर की ओर बढ़ रहे थे, जिससे ट्रैफ़िक रोका गया। पुलिस ने उन्हें सेंट्रल पार्क के ईस्ट 79वीं स्ट्रीट ट्रांसवर्स में रोक दिया।

हंटर कॉलेज ही है जहां पालेस्टिनियन एक्टिविस्ट ग्रुप विथिन आवर लाइफटाइम ने “एक दिन की गुस्से की बात” (Day of Rage) प्रदर्शन का आयोजन किया था ताकि वे मेट जा सकें। “खुलासा करें, निवेश करें, हम रुकेंगे नहीं, हम आराम नहीं करेंगे,” ग्रुप ने पलास्तीनी झंडों के साथ गाते हुए दिखाया। उन्हें कफ़िया वाले फेस कवर करने के रूप में देखा गया। इसके बावजूद कि प्रदर्शनकारियों का मानना था कि वे यहां की प्रमुख घटना को निशाना बनाए, वे अंततः मंज़िल तक पहुंच नहीं सके।

पुलिस की कड़ी निरीक्षण

जब बड़ी संख्या में गिरफ्तारियाँ होने लगीं, तो प्रदर्शनकारी लोगों ने बवाल की गुहार लगाई, “तुम किसकी सेवा करते हो? तुम किसकी सुरक्षा करते हो?”

उन्हें म्यूजियम तक पहुंचने के लिए अन्य रास्तों की कोशिशें भी की गई, लेकिन हर बार पुलिस ने उन्हें रोका। जब डर्क नेट पर रूट लेने की कोशिश की गई, तो पुलिस ने फिर से उन्हें रोक दिया। कई गिरफ्तारियाँ हुईं जब यह प्रदर्शन देखने वालों ने आवाज़ की, “क्या ये मेट है?” और “ओह नहीं, हम इतने क़रीब थे।”

यह घटनाएं नए चुनौतियों को सामने रखती हैं, जब इस प्रकार के प्रदर्शन अंतरराष्ट्रीय समुदाय की ध्यानाकर्षण की गहरी आवश्यकता को दर्शाते हैं। न्यूयॉर्क पुलिस ने इस पर प्रक्रिया शुरू की है और घटनाओं की जांच जारी है।

Gunvant

गुणवंत एक अनुभवी पत्रकार और लेखक हैं, जो सटीक और रोचक खबरें प्रस्तुत करने में माहिर हैं। समसामयिक मुद्दों पर उनकी गहरी समझ और सरल लेखन शैली पाठकों को आकर्षित करती है। साथ ही वे क्रिकेट में अपनी रूचि रखते है। गुणवंत का लक्ष्य समाज को जागरूक और प्रेरित करना है। वे हमेशा निष्पक्षता और सच्चाई को प्राथमिकता देते हैं।

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