सावन का महीना इतना खास क्यों  ?  भगवान शिव से  जुड़ी कुछ  कहानी

भगवान शिव

 जब समुद्र मंथन के समय  कोई विष  नहीं पी रहा था। तब पूरी सृष्टि की रक्षा के लिए  शिव ने  विषपान किया था। तभी उनका गला नीला हो गया था। उन्हें नीलकंठ कहा गया।

मां  पार्वती ने शिव जी को अपने पति के रूप में पाने के लिए सावन के महीने में बहुत कठोर तपस्या की थी। शिव  जी प्रसन्न होकर  पार्वती माँ  से  विवाह किया। 

सावन का महीना प्रेम का प्रतीक माना जाता है जो  कुंवारी कन्या सावन के  महीने में  व्रत रख कर  मनपसंद वर को  कमना करती है। और उनकी मनोकामना पूरी होती है।

वैवाहिक जीवन  में सुख शांति के लिए व्रत रखती है इस  महीने लाखों भक्त  जल भर के शिवलिंग पर चढ़ते हैं

सावन का महीना ह हिंदुओं के लिए सबसे पवित्र महीना  है ये  भगवान शिव के लिए समर्पित है