युजवेंद्र चहल ने काउंटी क्रिकेट में अपना बेहतरीन प्रदर्शन जारी रखते हुए नॉर्थहैंप्टनशायर को पहली जीत दिलाई। इस मुकाबले में चहल ने 9 विकेट चटकाए, जिससे डर्बीशायर की टीम सिर्फ 132 रन पर ढेर हो गई। ऑफ स्पिनर रॉब कीओ ने भी शानदार गेंदबाजी करते हुए 8 विकेट झटके।
मुकाबले का लेखा-जोखा:
पहली पारी: नॉर्थहैंप्टनशायर की मजबूत शुरुआत
पहले बल्लेबाजी करते हुए नॉर्थहैंप्टनशायर ने 219 रन बनाए, जिसमें सैफ ज़ैब के 90 रन शामिल थे। इसके बाद, युजवेंद्र चहल की शानदार गेंदबाजी की बदौलत डर्बीशायर की टीम पहली पारी में 165 रन पर सिमट गई। चहल ने 5 विकेट लेकर डर्बीशायर के बल्लेबाजों को परेशान किया, जबकि लुइस रीच ने डर्बीशायर के लिए सबसे ज्यादा 50 रन बनाए।
दूसरी पारी: कीओ का अहम योगदान
नॉर्थहैंप्टनशायर ने दूसरी पारी में 211 रन बनाए, जिसमें रॉब कीओ ने 63 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली। डर्बीशायर के गेंदबाज मार्टिन एंडरसन ने 3 विकेट लेकर नॉर्थहैंप्टनशायर की पारी को जल्द समेटा।
डर्बीशायर की दूसरी पारी: चहल और कीओ की घातक गेंदबाजी
डर्बीशायर को जीत के लिए 266 रनों का लक्ष्य मिला, लेकिन चहल और कीओ की फिरकी के आगे उनकी बल्लेबाजी ढह गई। चहल ने 4 विकेट और कीओ ने 5 विकेट लेकर डर्बीशायर को 132 रनों पर समेट दिया। इस दौरान डर्बीशायर के अनुभवी बल्लेबाज वेन मैडसन (48*) अकेले संघर्ष करते रहे, लेकिन उन्हें अन्य बल्लेबाजों का साथ नहीं मिला।
इस जीत के साथ नॉर्थहैंप्टनशायर ने लंबे अंतराल के बाद रेड-बॉल क्रिकेट में पहली जीत दर्ज की। चहल का यह प्रदर्शन काउंटी क्रिकेट में अब तक का सर्वश्रेष्ठ रहा और उनकी गेंदबाजी ने टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई।
युजवेंद्र चहल का प्रदर्शन
चहल ने मैच में कुल 9 विकेट लिए और उनका आंकड़ा 9/99 रहा। उनकी कसी हुई गेंदबाजी ने डर्बीशायर को लगातार दबाव में रखा। चहल की इस सफलता से उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा और यह प्रदर्शन उनके करियर के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
कीओ की हरफनमौला भूमिका
रॉब कीओ ने इस मैच में अपनी हरफनमौला क्षमता दिखाई। दूसरी पारी में जहां उन्होंने 63 रन बनाए, वहीं गेंदबाजी में 5 विकेट लेकर मैच को नॉर्थहैंप्टनशायर के पक्ष में मोड़ दिया। उनकी इस सीजन की यह तीसरी अर्धशतकीय पारी थी, और गेंदबाजी में यह उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा।
नॉर्थहैंप्टनशायर की यह जीत टीम के लिए एक बड़ा मोड़ साबित हो सकती है। युजवेंद्र चहल और रॉब कीओ की जोड़ी ने टीम की सफलता में अहम योगदान दिया। यह जीत न केवल टीम के लिए बल्कि चहल के करियर के लिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे उनकी अंतरराष्ट्रीय वापसी के रास्ते खुल सकते हैं।
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