मिशेल सैंटनर का प्रदर्शन न्यूज़ीलैंड के क्रिकेट इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय जोड़ता है। पुणे में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन के दूसरे सत्र में सैंटनर ने अपनी शानदार गेंदबाज़ी के दम पर भारत के छह विकेट निकालकर अपनी टीम को जीत की ओर अग्रसर कर दिया। यह सैंटनर का पहला 10-विकेट मैच प्रदर्शन है, जिससे न्यूज़ीलैंड भारत के खिलाफ एक ऐतिहासिक श्रृंखला जीत की ओर अग्रसर है।
न्यूज़ीलैंड के इतिहास की ओर कदम
इस मैच में न्यूज़ीलैंड को पहली पारी में 259 रन का स्कोर मिला, लेकिन भारत की पहली पारी में महज 156 रन पर ऑल आउट होने के बाद न्यूज़ीलैंड ने अपनी दूसरी पारी में 255 रन बनाए और भारत को 438 रन का विशाल लक्ष्य दिया। तीसरे दिन के दूसरे सत्र में, सैंटनर ने अपने करियर का दूसरा फाइव-फॉर लेते हुए भारत को बैकफुट पर ला दिया और 5 विकेट लिए।
भारत का संघर्ष और सैंटनर की धाक
भारत की शुरुआत पहले अच्छी रही जब युवा बल्लेबाज़ यशस्वी जैसवाल (77) ने आक्रामक शॉट खेलते हुए न्यूज़ीलैंड के गेंदबाज़ों को दबाव में ला दिया। लेकिन सैंटनर के मैदान में उतरते ही खेल का रुख बदल गया। उन्होंने पहले शुभमन गिल को स्लिप में कैच करवा कर आउट किया और फिर जैसवाल को आउट करके भारत को बड़ी चोट दी। जैसवाल का आउट होना भारत के लिए एक बड़ा झटका था, क्योंकि वे भारत के मजबूत स्कोरिंग का केंद्र बिंदु थे।
इसके बाद एक असामान्य रनआउट ने भारत के संघर्ष को और कठिन कर दिया। ऋषभ पंत और विराट कोहली के बीच तालमेल की कमी के चलते पंत रनआउट हो गए। इसके तुरंत बाद सैंटनर ने विराट कोहली, सरफराज खान और वॉशिंगटन सुंदर को भी पवेलियन भेज दिया, जिससे भारत का स्कोर 127/4 से गिरकर 178/7 हो गया।
सैंटनर का करिश्माई प्रदर्शन
सैंटनर ने पुणे की पिच का बखूबी फायदा उठाया और अपनी सटीक लाइन और लेंथ से भारतीय बल्लेबाजों को पूरी तरह से उलझाए रखा। उनकी गेंदें काफ़ी तेजी से घूम रही थीं और निचले उछाल के साथ बल्लेबाजों को मुश्किल में डाल रही थीं। कोहली को स्लिप में और सरफराज को LBW करके सैंटनर ने अपने विकेटों की संख्या बढ़ाई, जिससे भारत की मुश्किलें और बढ़ गईं।
न्यूज़ीलैंड के लिए ऐतिहासिक जीत की संभावना
तीसरे दिन की समाप्ति तक न्यूज़ीलैंड ने 180 रनों की मजबूत बढ़त बना ली थी, जबकि भारत के सात विकेट गिर चुके थे। इस तरह, भारत को इस श्रृंखला में हार का सामना करने का खतरा है जोकि 2012 के बाद भारत की पहली घरेलू श्रृंखला हार होगी। न्यूज़ीलैंड की टीम, जिसने भारत में आखिरी टेस्ट जीत 1988 में दर्ज की थी, इस जीत से अपने क्रिकेट इतिहास में एक और सुनहरा पन्ना जोड़ सकती है।
संक्षेप में स्कोरकार्ड
- न्यूज़ीलैंड: 259 और 255 (टॉम लैथम 86; वॉशिंगटन सुंदर 4-56, रवींद्र जडेजा 3-72)
- भारत: 156 और 178/7 (यशस्वी जैसवाल 77; मिशेल सैंटनर 5-72)
सैंटनर का यह प्रदर्शन न केवल उनके करियर का बेहतरीन प्रदर्शन है, बल्कि न्यूज़ीलैंड क्रिकेट के लिए भी एक ऐतिहासिक पल है।
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