मुंबई/नई दिल्ली: दिवाली के पहले बढ़ती यात्रियों की भीड़ ने मुंबई के बांद्रा टर्मिनस पर एक दुर्घटना का रूप ले लिया, जिसमें 9 लोग घायल हो गए। घटना उस समय हुई जब यात्री गोरखपुर जा रही ट्रेन में सवार होने के लिए प्लेटफार्म पर जमा हो गए। बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) के अनुसार, यह भगदड़ दिवाली के पहले होने वाले भीड़भाड़ के कारण हुई है।
घटना का विवरण देते हुए, BMC ने बताया कि ट्रेन नंबर 22921, जो बांद्रा से गोरखपुर की ओर जा रही थी, जब सुबह 5:10 बजे प्लेटफार्म नंबर 1 पर आई, तब प्लेटफार्म यात्रियों से भरा हुआ था। ट्रेन के देरी से आने के कारण यात्रियों का संयम जवाब दे गया और जैसे ही ट्रेन प्लेटफार्म पर पहुंची, प्लेटफार्म पर पहले से मौजूद यात्री ट्रेन में सवार होने लगे। इस जल्दीबाजी और दबाव में भगदड़ की स्थिति पैदा हो गई।
घायल यात्री और सुरक्षा व्यवस्था
घटना में घायल हुए 9 में से 7 की स्थिति स्थिर बताई जा रही है, जबकि 2 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। घायलों में कुछ को रीढ़ की हड्डी में चोटें आई हैं जबकि अन्य को पैरों में फ्रैक्चर का सामना करना पड़ा है। इनमें से कुछ घायलों को तत्काल प्रभाव से बांद्रा के भाभा अस्पताल में ले जाया गया, जहाँ उनका उपचार जारी है। गंभीर घायलों में से दो को उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है।
घटना का दृश्य और प्रशासनिक कदम
घटना स्थल से प्राप्त वीडियोज और तस्वीरों में प्लेटफार्म पर खून के निशान और घायलों को स्ट्रेचर पर ले जाते हुए देखा गया। एक वीडियो में, रेलवे पुलिस के एक जवान ने एक घायल यात्री को अपने कंधे पर उठाकर चिकित्सा सहायता के लिए पहुंचाया।
अधिकारियों ने बताया कि घटना के दौरान प्लेटफार्म पर 50 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात थे। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिसकर्मियों ने एड़ी-चोटी का जोर लगाया, फिर भी भीड़ का दबाव अधिक होने के कारण यह घटना घटित हो गई। BMC ने अब स्थिति को नियंत्रण में बताया है और आगे की घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन ने अतिरिक्त कदम उठाने की घोषणा की है।
भीड़ प्रबंधन की चुनौती
इस घटना ने मुंबई जैसे शहर में त्योहारी सीजन के दौरान भीड़ प्रबंधन की चुनौतियों को उजागर किया है। बांद्रा टर्मिनस जैसे व्यस्त रेलवे स्टेशन पर त्योहारी सीजन में यात्रियों की संख्या कई गुना बढ़ जाती है, जिससे रेल और सुरक्षा अधिकारियों के सामने कई तरह की समस्याएं उत्पन्न होती हैं। भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन द्वारा क्या कदम उठाए जा सकते हैं, इस पर भी विचार करना आवश्यक हो गया है।
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