भोपाल (मध्य प्रदेश): ग्वालियर में आयोजित क्षेत्रीय औद्योगिक सम्मेलन 2024 में मध्य प्रदेश को 8,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं, जिससे राज्य में लगभग 35,000 नए रोजगार सृजित होने की उम्मीद है। इस सम्मेलन में देश-विदेश के 4,000 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जिनमें कनाडा, नीदरलैंड्स, टोगो, जाम्बिया, और मेक्सिको के 15 से अधिक अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि भी शामिल थे।
प्रमुख निवेश और घोषणाएँ:
सम्मेलन के दौरान, अडानी समूह ने 3,500 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की, जिसमें शिवपुरी जिले में 2 मिलियन टन प्रति वर्ष (MTPA) की क्षमता वाली सीमेंट पीसने की इकाई और एक प्रोपेलेंट उत्पादन सुविधा स्थापित की जाएगी। इसके अलावा, बदरवास में एक जैकेट उत्पादन इकाई भी स्थापित की जाएगी, जो पूरी तरह से महिलाओं द्वारा संचालित होगी, जो महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने औद्योगिक क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने के लिए कई घोषणाएं कीं। उन्होंने ग्वालियर संभागीय कार्यालय के अंतर्गत चार नए औद्योगिक पार्कों की स्थापना की घोषणा की। ये पार्क ग्वालियर जिले के मोहना, शिवपुरी जिले के गुरवाल, गुना जिले के चेनपुरा और मुरैना जिले के मावई में स्थापित किए जाएंगे। इसके अलावा, ग्वालियर जिले में एक बड़े निजी अस्पताल की स्थापना और मुरैना के सिटीपुर औद्योगिक क्षेत्र में एक पुलिस चौकी और बामोर औद्योगिक क्षेत्र में एक फायर स्टेशन की स्थापना की योजना बनाई गई है।
सम्मलेन के महत्वपूर्ण आंकड़े और उपस्थित नेता:
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और मध्य प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर सहित कई प्रमुख नेता उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने 1,586 करोड़ रुपये की लागत वाली 47 नई औद्योगिक इकाइयों का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इसके साथ ही, ग्वालियर-चंबल जिलों के आठ जिला स्तरीय उद्योग सुविधा केंद्रों का भी उद्घाटन किया गया।
मध्य प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित यह सम्मेलन 2025 में होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जो राज्य को वैश्विक निवेश मानचित्र पर स्थापित करने के प्रयास का हिस्सा है।
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