एक पिता का बलिदान और बेटी का सम्मान
राजस्थान के श्री गंगानगर में 72वीं जयंती पर स्वर्गीय मेजर भूपेंद्र सिंह का सम्मान किया गया। जनवरी 1994 में आतंकवादियों द्वारा मार दिए गए मेजर भूपेंद्र सिंह को आज उनकी बेटी और बॉलीवुड अभिनेत्री निमरत कौर द्वारा एक युद्ध स्मारक में सम्मानित किया गया। स्मारक में उनका कांस्य बस्ट और 12 अन्य शहीदों का नाम शामिल है जो अपने कर्तव्य के लिए सर्वोच्च बलिदान देकर अमर हो गए। यह स्मारक अब श्री गंगानगर के एक प्रमुख चौक पर स्थापित है, जिसे ‘मेजर भूपेंद्र सिंह चौक’ का नाम दिया गया है।
इस मौके पर निमरत कौर ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा कि यह स्मारक उनके और उनके परिवार के लिए एक सपना सच होने जैसा है, और इस अवसर पर उन्होंने भारतीय सेना के साथ प्रशासनिक अधिकारियों के सहयोग के लिए आभार प्रकट किया। उनके शब्दों में, “यह हमारे परिवार के लिए एक लंबे समय से संजोया हुआ सपना था।”
मेजर भूपेंद्र सिंह का जीवन और बलिदान
मेजर भूपेंद्र सिंह का जीवन बहादुरी का प्रतीक था। 1994 में जम्मू-कश्मीर में वे ‘प्रोजेक्ट बीकन’ का हिस्सा थे, जो भारतीय सेना के महत्वपूर्ण पुल निर्माण कार्यों में से एक था। इस दौरान, उन्होंने अपने सैन्य दल के साथ मिलकर कार्य किया। उसी दौरान उन्हें आतंकवादियों ने पकड़ लिया और रिहाई की शर्तों को ठुकराने के कारण उन्हें 23 जनवरी 1994 को शहीद कर दिया गया। उनके अद्वितीय साहस के लिए उन्हें मरणोपरांत “शौर्य चक्र” से सम्मानित किया गया।
समारोह में विशेष अतिथियों की उपस्थिति
स्मारक के उद्घाटन में सेना के वरिष्ठ अधिकारी, अन्य शहीद सैनिकों के परिवार और स्थानीय लोग उपस्थित रहे। मेजर भूपेंद्र सिंह के साथ कर्तव्य निभाते हुए शहीद हुए सैनिकों के परिवारों ने भी इस आयोजन में भाग लिया, जिससे पूरे समारोह को एक श्रद्धांजलि स्वरूप ऊर्जा मिली। इस मौके पर उनके साथी, लेफ्टिनेंट कर्नल (सेवानिवृत्त) अग्यपाल सिंह सिद्धू ने भी भावुकता से स्मरण किया।
विरासत का सम्मान: एक प्रेरणा
अभिनेत्री निमरत कौर का यह कदम भारतीय सेना और देशभक्त सैनिकों के प्रति गहरा सम्मान दर्शाता है। यह स्मारक आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा प्रदान करेगा कि कैसे कुछ वीर सैनिक अपनी जान की परवाह किए बिना अपने देश के प्रति समर्पित रहते हैं।
इस कार्यक्रम के जरिए निमरत कौर ने अपने पिता की बहादुरी और बलिदान को सम्मान दिया, जिसे उन्होंने अपने शब्दों में कहा, “यह हमारे परिवार के लिए एक गौरवशाली पल है और हमें खुशी है कि यह सपना पूरा हुआ।”