जापान की प्रमुख वाहन निर्माता कंपनी मित्सुबिशी मोटर्स ने आधिकारिक तौर पर होंडा और निसान मोटर्स के गठबंधन में शामिल होने की घोषणा की है। यह कदम जापान के ऑटोमोटिव बाजार को पूरी तरह से पुनर्गठित कर देगा, जहां अब दो प्रमुख समूह होंगे: टोयोटा मोटर ग्रुप और होंडा-निसान-मित्सुबिशी गठबंधन।
इस गठबंधन के माध्यम से तीनों कंपनियां मिलकर 8 मिलियन से अधिक वाहन प्रति वर्ष बेचेंगी। मार्च 2024 को समाप्त वित्तीय वर्ष में, होंडा और निसान ने क्रमशः 4.1 मिलियन और 3.44 मिलियन वाहन बेचे, जबकि मित्सुबिशी मोटर्स ने 810,000 वाहन बेचे।
इस गठबंधन का उद्देश्य इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) प्लेटफार्मों के विकास में तेजी लाना है। टेस्ला और चीनी ऑटोमोटिव कंपनियों द्वारा EVs में भारी निवेश के चलते जापानी निर्माताओं पर अपनी आपूर्ति श्रृंखलाओं को मजबूत करने का दबाव है।
प्रभाव और रणनीति
निसान और होंडा ने मार्च में एक व्यापक सहयोग समझौते की घोषणा की थी, जिसमें मित्सुबिशी मोटर्स की भूमिका अभी तक स्पष्ट नहीं थी। निसान के पास मित्सुबिशी मोटर्स में 34.01% की हिस्सेदारी है, और मित्सुबिशी को गठबंधन में शामिल करने का उद्देश्य चुनौतीपूर्ण बाजार में अब मिलकर अपने बाजार की स्थिति को मजबूत करेंगी।
गठबंधन ने 2030 तक 35 नए EV मॉडल लॉन्च करने की योजना बनाई है और 23 बिलियन यूरो का निवेश किया है। यह कदम ऑटोमोबाइल उद्योग के लिए एक नया और टिकाऊ भविष्य सुनिश्चित करेगा, जिसमें 2050 तक कार्बन न्यूट्रल होने का लक्ष्य भी शामिल है।
यह गठबंधन जापान की ऑटोमोटिव इंडस्ट्री जहां कंपनियां साझा संसाधनों और तकनीकी नवाचारों का लाभ उठाकर इलेक्ट्रिक और AI-चालित भविष्य की ओर कदम बढ़ाएंगी।
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