भारत में टेस्ला की एंट्री के इंतजार के बीच, राज्य सरकारें अमेरिकी इलेक्ट्रिक व्हीकल निर्माता को आकर्षित करने के लिए नए प्रयास कर रही हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, टेस्ला के कई कंपोनेंट सप्लायर्स भारत में अपने ऑपरेशन्स शुरू करने या विस्तारित करने के लिए उपयुक्त स्थान तलाश रहे हैं।
टेस्ला के कंपोनेंट सप्लायर्स के लिए भारत में संभावनाएं
रिपोर्ट्स के अनुसार, टेस्ला के तीन सप्लायर्स ने हाल ही में गुजरात का दौरा किया ताकि संभावित साइट्स की पहचान की जा सके। इन सप्लायर्स में प्रमुख इलेक्ट्रॉनिक और मैकेनिकल कंपोनेंट सप्लायर्स शामिल हैं जो अन्य ऑटोमोटिव कंपनियों को भी सेवाएं प्रदान करते हैं। वहीं, दो यूरोपीय सप्लायर्स तमिलनाडु में अपने ऑपरेशन्स का विस्तार करने की योजना बना रहे हैं।
तमिलनाडु, अपनी ऑटोमोटिव और इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग क्षमता के लिए जाना जाता है, पहले से ही कुछ टेस्ला सप्लायर्स की मेज़बानी करता है। इनमें से एक यूरोपीय मेटल ऑटोमोटिव कंपोनेंट निर्माता है जो अपने वर्तमान ऑपरेशन्स का विस्तार करने की योजना बना रहा है, और एक जर्मन निर्माता है जो पुणे में हाई-परफॉर्मेंस रबर पार्ट्स का उत्पादन कर रहा है।
राज्यों के प्रयास
तमिलनाडु अपने मजबूत इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम का लाभ उठाकर टेस्ला और अन्य इलेक्ट्रिक वाहन निर्माताओं को आकर्षित करने का प्रयास कर रहा है। दूसरी ओर, गुजरात भी टेस्ला के सप्लायर्स को आक्रामक रूप से लुभाने की कोशिश कर रहा है।
टेस्ला के सप्लायर्स के भारत में ऑपरेशन्स स्थापित करने से स्थानीय उत्पादन लागत में कमी और सप्लाई चेन रिस्क को कम करने में मदद मिल सकती है।
भारत: टेस्ला के लिए एक रणनीतिक सप्लाई हब
टेस्ला ने पिछले साल भारत से $1 बिलियन के ऑटोमोबाइल कंपोनेंट्स की खरीद की थी, और इस साल इसका लक्ष्य $1.9 बिलियन तक बढ़ाने का है। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि टेस्ला ने पहले से ही भारतीय सप्लायर्स के साथ साझेदारी की है और इस साल भारत से कंपोनेंट्स की खरीद को दोगुना करने की योजना बना रहा है।
भारत, चीन पर निर्भरता कम करने की वैश्विक प्रवृत्ति से लाभ उठा रहा है, और अमेरिकी निर्माताओं के लिए एक विश्वसनीय साझेदार बन रहा है। यदि टेस्ला भारत में प्रवेश करती है, तो वह अपने वैश्विक सप्लाई चेन पार्टनर्स का उपयोग करेगी, जो स्थानीय सोर्सिंग नियमों का पालन करने और उत्पादन लागत को कम करने में मदद करेगा।
टेस्ला के सप्लायर्स के लिए भारत में संभावनाएं व्यापक हैं, और राज्य सरकारें सक्रिय रूप से इन अवसरों को भुना रही हैं। गुजरात और तमिलनाडु जैसे राज्य टेस्ला और उसके सप्लायर्स को आकर्षित करने के लिए ठोस प्रयास कर रहे हैं, जो भारत को टेस्ला के लिए एक रणनीतिक सप्लाई हब बना सकते हैं।
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