दिल्ली पुलिस ने ₹100 करोड़ के साइबर फ्रॉड मामले में चीनी नागरिक फांग चेनजिन को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी दिल्ली के सफदरजंग एन्क्लेव इलाके से हुई। पुलिस के मुताबिक, फांग ने ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग स्कैम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया था, जिसमें लोगों को व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए फर्जी निवेश योजनाओं का झांसा दिया जाता था।
क्या है मामला?
पुलिस जांच में पता चला है कि फांग चेनजिन ने व्हाट्सएप ग्रुप्स के माध्यम से स्टॉक मार्केट ट्रेनिंग सेमिनार की आड़ में निवेशकों को फंसाया। इन सेमिनारों के जरिए उन्हें कई बार निवेश के लिए उकसाया गया। ठगी के शिकार हुए सुरेश कोलिचीयिल अच्युतन ने जुलाई 2024 में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने ₹43.5 लाख की धोखाधड़ी का जिक्र किया।
जांच में यह भी सामने आया कि इस मामले से जुड़ी 17 अन्य शिकायतें साइबर क्राइम पोर्टल पर दर्ज हैं, जिनके लेन-देन फिनकेयर बैंक अकाउंट से जुड़े थे।
फ्रॉड कैसे किया गया?
इस घोटाले में व्हाट्सएप ग्रुप्स का उपयोग किया गया, जहां निवेशकों को फर्जी योजनाओं में पैसे लगाने के लिए प्रेरित किया गया। बाद में इन फंड्स को विभिन्न बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिया गया।
पुलिस की जांच में क्या सामने आया?
- पुलिस ने बैंक खातों, मोबाइल नंबरों और कॉल डिटेल्स की गहन जांच की।
- ठगी के पैसे का मुख्य ट्रैक महा लक्ष्मी ट्रेडर्स नामक अकाउंट तक पहुंचा, जो दिल्ली के मुंडका में स्थित था।
- पुलिस ने एक मोबाइल फोन बरामद किया, जो चेनजिन के नाम पर रजिस्टर्ड था।
अन्य मामलों से लिंक
डीसीपी शाहदरा प्रशांत गौतम के अनुसार, फांग चेनजिन उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश में दर्ज दो अन्य प्रमुख साइबर क्राइम और मनी लॉन्ड्रिंग मामलों में भी वांछित है।
चेनजिन की गिरफ्तारी कैसे हुई?
दिल्ली पुलिस ने व्हाट्सएप चैट लॉग्स और अन्य सबूतों के आधार पर चेनजिन को गिरफ्तार किया। उसके पास से एक मोबाइल फोन और अन्य दस्तावेज बरामद किए गए, जो उसके अपराध में शामिल होने की पुष्टि करते हैं।