Google Doodle ने दिवंगत गायक केके को उनकी बॉलीवुड यात्रा की शुरुआत के उपलक्ष्य में याद किया।

Google Doodle remembers late singer KK to commemorate the beginning of his Bollywood journey.
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शुक्रवार, 25 अक्टूबर को Google ने भारत के प्रसिद्ध पार्श्व गायक कृष्णकुमार कुन्नथ (केके) को उनके बॉलीवुड डेब्यू की वर्षगांठ के अवसर पर एक खास एनिमेटेड डूडल के ज़रिए श्रद्धांजलि दी। Google ने यह Doodle साल 1996 में उनके पहले बॉलीवुड गीत ‘छोड़ आए हम’ के लिए समर्पित किया, जिसे उन्होंने गुलज़ार की पॉलिटिकल थ्रिलर फिल्म माचिस के लिए गाया था।

इस Doodle में केके को माइक के साथ खड़े होकर गाते हुए दिखाया गया है, जो उनके आत्मीय और भावुक गानों की पहचान को दर्शाता है। Google ने अपने डूडल पेज पर केके की प्रशंसा करते हुए बताया, “केके एक बहुमुखी भारतीय पार्श्व गायक थे, जिन्हें कई भाषाओं में गाने का अनुभव था। उनके गीतों ने हिंदी के साथ-साथ तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम, मराठी, उड़िया, बंगाली, असमिया और गुजराती जैसे अन्य भाषाओं में भी लोगों के दिलों में जगह बनाई।”

केके का संगीत सफर: प्रारंभिक संघर्ष से लोकप्रियता तक

दिल्ली में 23 अगस्त, 1968 को जन्मे केके ने अपने करियर की शुरुआत विज्ञापन जिंगल्स से की, और अपने शुरुआती चार वर्षों में उन्होंने करीब 3,500 जिंगल्स गाए। 1994 में मुंबई शिफ्ट होने के बाद, उन्होंने मशहूर संगीतकार ए.आर. रहमान के साथ तमिल फिल्म कधल देशम में “कल्लूरी सालै” जैसे गानों में अपनी आवाज दी। लेकिन हिंदी सिनेमा में उनका वास्तविक परिचय साल 1999 में फिल्म हम दिल दे चुके सनम के गीत “तड़प तड़प” के साथ हुआ, जिसे आज भी संगीत प्रेमियों के बीच अत्यधिक पसंद किया जाता है।

केके ने 2000 के दशक में कई हिट गाने दिए, जैसे “आंखों में तेरी” (ओम शांति ओम), “खुदा जाने” (बचना ऐ हसीनों), और “पिया आए ना” (आशिकी 2)। इन गानों ने उन्हें एक अत्यंत भावुक और विविधतापूर्ण गायक के रूप में स्थापित किया।

केके का व्यक्तिगत जीवन और संगीत की गहराई

केके ने कभी औपचारिक रूप से संगीत की शिक्षा नहीं ली थी, लेकिन उनकी आवाज में जो गहराई और भावनात्मकता थी, वह उन्हें बाकी गायकों से अलग बनाती थी। किशोर कुमार की तरह, केके ने भी संगीत को खुद से सीखा और अपनी भावनाओं से गाने में जान डाल दी। उन्होंने अपनी पत्नी ज्योति के साथ जीवन बिताया, जिनसे वे बचपन में मिले थे और जिनके साथ उन्होंने अपने दो बच्चों, नकुल और तामारा, का पालन-पोषण किया।

31 मई, 2022 को कोलकाता में एक लाइव परफॉर्मेंस के बाद दिल का दौरा पड़ने से केके का निधन हो गया। उनके आखिरी गीत “धूप पानी बहने दे,” जो फिल्म शेरदिल के लिए लिखा गया था, ने उनके प्रशंसकों को एक आखिरी यादगार तोहफा दिया। उनकी अचानक विदाई ने भारतीय संगीत जगत को स्तब्ध कर दिया। केके की मृत्यु ने उनकी पत्नी, बच्चों और संगीत प्रेमियों को गहरा आघात दिया, लेकिन उनके गाने और उनकी आवाज हमेशा हमारे साथ रहेंगे।

केके के इस संगीतमय सफर को याद करते हुए, गूगल का यह डूडल न केवल उनकी कला को सराहता है बल्कि एक बार फिर हमें उनके गानों की अनमोल यादों में ले जाता है। गूगल डूडल का यह सम्मान केके की संगीत यात्रा को हमेशा के लिए संजोए रखेगा।

केके के कुछ प्रमुख गीत

  1. “पल” – उनके पहले एल्बम का शीर्षक गीत, जो दोस्ती और भावनाओं का प्रतीक बना।
  2. “यारों” – एक और दोस्ती पर आधारित गीत जो स्कूल और कॉलेज फेयरवेल का मुख्य हिस्सा बन गया।
  3. “तड़प तड़प” – एक दुख भरा गीत जो दर्द और प्यार के खोने का एहसास देता है।
  4. “खुदा जाने” – जो प्यार की नई ऊंचाइयों को छूने का प्रतीक है।
  5. “आंखों में तेरी” – एक रोमांटिक गाना जो अपनी खास आवाज के लिए प्रसिद्ध है।

केके के संगीत ने न केवल भारत में बल्कि दुनियाभर में उनके चाहने वालों के दिलों में एक खास जगह बनाई है। उनका संगीत हमें बार-बार यह याद दिलाता है कि भावनाओं को शब्दों के माध्यम से अभिव्यक्त किया जा सकता है, लेकिन आवाज के माध्यम से उसे जीया जा सकता है।

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Sophia Ansari
सोफिया अंसारी "ख़बर हरतरफ" की प्रमुख संवाददाता हैं, जो टीवी सीरियल समाचारों की विशेषज्ञ हैं। उनका विशेष लेखन और ताजा खबरें दर्शकों के बीच बेहद लोकप्रिय हैं। सोफिया ने अपनी बेबाक रिपोर्टिंग और गहन विश्लेषण से टीवी इंडस्ट्री में एक खास पहचान बनाई है। उनके समर्पण और मेहनत के कारण "ख़बर हरतरफ" को निरंतर सफलता मिलती है।

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