16 अक्टूबर 2024 को इजरायली सेना द्वारा किए गए हमले में हमास नेता याह्या सिनवार की मौत की पुष्टि हुई थी। उनके शव परीक्षण से जुड़ी रिपोर्ट्स के अनुसार, सिनवार को सिर में गोली लगी थी, जिसके कारण उनकी मौत हुई। इससे पहले उनके शरीर पर गंभीर चोटें आई थीं, खासतौर पर उनका एक हाथ पूरी तरह से कुचल गया था। उनकी पहचान डीएनए टेस्ट द्वारा पुष्टि की गई, जिसे उनके कटे हुए उंगली से प्राप्त किया गया था।
याह्या सिनवार: जीवन और मृत्यु की कहानी
याह्या सिनवार का जन्म 1962 में गाज़ा के खान यूनिस शरणार्थी शिविर में हुआ था। वह हमास के संस्थापकों में से एक थे और इजरायल के खिलाफ संघर्ष के सबसे बड़े रणनीतिकारों में से एक माने जाते थे। 2017 में वह गाज़ा में हमास के नेता बने और अगस्त 2024 में उन्होंने हमास के राजनीतिक ब्यूरो का नेतृत्व भी संभाला। उनके नेतृत्व में 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर बड़ा हमला हुआ, जिसमें 1200 से अधिक लोग मारे गए। इस हमले के बाद से ही वह इजरायल के निशाने पर थे।
मौत के समय सिनवार की स्थिति
रिपोर्ट्स के अनुसार, सिनवार की मौत एक गोली लगने से हुई जो सीधे उनके सिर में मारी गई थी। इसके अलावा, उनका एक हाथ बुरी तरह से क्षतिग्रस्त था, जो कि संभवतः किसी टैंक शेल या छोटे मिसाइल के टुकड़े से हुआ था। इजरायली फोरेंसिक एक्सपर्ट डॉ. चेन कुगेल ने उनके शव परीक्षण की देखरेख की और बताया कि सिनवार ने अपने हाथ की गंभीर चोट से खून को रोकने के लिए एक इलेक्ट्रिकल कॉर्ड का इस्तेमाल करने की कोशिश की, लेकिन यह प्रयास असफल रहा।
शव परीक्षण के निष्कर्ष
डॉ. कुगेल ने बताया कि शव परीक्षण सिनवार की मौत के 24 से 36 घंटे बाद किया गया। उनके कटे हुए उंगली को डीएनए टेस्ट के लिए भेजा गया, जिससे उनकी पहचान की गई। सिनवार की पहचान उनके जेल में रहने के दौरान रिकॉर्ड किए गए डीएनए प्रोफाइल से मेल खाने पर हुई। उनकी मौत से हमास को बड़ा झटका लगा, क्योंकि वह हमास की सैन्य और राजनीतिक रणनीति का मुख्य केंद्र थे।
इजरायली सेना द्वारा जारी किए गए एक ड्रोन वीडियो में सिनवार को अपने आखिरी क्षणों में धूल से ढके हुए एक कुर्सी पर बैठे देखा गया। उनके दाएं हाथ से खून बह रहा था। वीडियो में दिखाया गया कि उन्होंने ड्रोन पर एक लकड़ी का टुकड़ा फेंकने की कोशिश की, लेकिन इसके तुरंत बाद एक टैंक शेल ने उस इमारत को तबाह कर दिया, और बाद में उन्हें मृत पाया गया।
सिनवार की मौत और उसका प्रभाव
सिनवार की मौत ने इजरायल और हमास के बीच संघर्ष में एक नया मोड़ ला दिया है। हमास ने उनकी मौत की पुष्टि करते हुए इसे अपने आंदोलन के लिए प्रेरणा बताया। हालांकि, इजरायली सेना के लिए यह एक बड़ी सफलता मानी जा रही है, क्योंकि सिनवार 7 अक्टूबर के हमले के पीछे के प्रमुख योजनाकार थे। उनकी मौत ने गाज़ा पट्टी में संघर्ष को और भी भड़का दिया है, और आगे के परिणामों पर नजरें टिकी हुई हैं।
हमास के नेता याह्या सिनवार की मौत न केवल हमास के लिए बल्कि पूरे मध्य पूर्व के लिए महत्वपूर्ण है। उनके नेतृत्व में हमास ने इजरायल के खिलाफ कई आक्रमण किए, जिनमें हाल ही में 7 अक्टूबर का हमला शामिल था। उनकी मौत के बाद, संघर्ष की दिशा किस ओर जाएगी, यह देखना बाकी है। इजरायली सेना की इस बड़ी सफलता ने क्षेत्रीय राजनीति और सुरक्षा को गंभीर रूप से प्रभावित किया है।
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