Lawrence Bishnoi का जन्म 12 फरवरी 1993 को पंजाब के फ़िरोज़पुर ज़िले के एक छोटे से गांव में हुआ था। उनके पिता हरियाणा पुलिस में कांस्टेबल थे, लेकिन बाद में खेती करने लगे। लॉरेंस की शिक्षा पंजाब में ही हुई और उन्होंने कॉलेज के दिनों में छात्र राजनीति से जुड़ने के बाद अपराध जगत की ओर कदम बढ़ाया। लॉरेंस ने पंजाब यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट काउंसिल के चुनावों में सक्रिय भागीदारी की, जहां उनकी मुलाकात गोल्डी बराड़ से हुई, जो बाद में उनके सबसे करीबी सहयोगी बन गए। गोल्डी बराड़ और लॉरेंस ने मिलकर एक संगठित अपराध गिरोह का गठन किया, जिसने जल्द ही भारत और विदेशों में अपनी पकड़ मजबूत कर ली।
लॉरेंस बिश्नोई और सलमान खान: दुश्मनी की शुरुआत
लॉरेंस बिश्नोई का नाम तब सुर्खियों में आया जब उसने बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान को खुलेआम धमकियां दीं। यह दुश्मनी 1998 के काले हिरण शिकार मामले से शुरू हुई थी, जिसमें सलमान खान पर राजस्थान के जोधपुर में दो काले हिरणों का शिकार करने का आरोप लगा था। काले हिरण को बिश्नोई समुदाय के लोग पवित्र मानते हैं और इसे मारना उनके धार्मिक विश्वासों का उल्लंघन है। लॉरेंस बिश्नोई ने अपने समुदाय की आस्था की रक्षा के नाम पर सलमान खान के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।
धमकियों और हमलों की कड़ी
Lawrence Bishnoi ने पहली बार 2018 में सलमान खान को जान से मारने की धमकी दी थी। अदालत में पेशी के दौरान बिश्नोई ने कहा था, “सलमान खान को जोधपुर में मारूंगा, तब उसे हमारी असली पहचान पता चलेगी।” यह धमकी उस समय ज्यादा गंभीर नहीं मानी गई थी, लेकिन समय के साथ बिश्नोई की धमकियां हिंसक रूप में बदलने लगीं। 2022 में सलमान के पिता सलीम खान को एक धमकी भरा पत्र मिला, जिसमें कहा गया था कि सलमान का हाल सिंगर सिद्धू मूसेवाला जैसा कर दिया जाएगा। मूसेवाला की हत्या भी बिश्नोई गैंग ने की थी।
2024 में सलमान खान के घर पर गोलीबारी की घटना ने इस विवाद को और गंभीर बना दिया। बिश्नोई के गैंग के शूटरों ने सलमान के मुंबई स्थित घर के बाहर गोलियां चलाईं, हालांकि इस हमले में कोई घायल नहीं हुआ। पुलिस ने समय रहते बिश्नोई के चार शूटरों को गिरफ्तार कर सलमान की जान बचाई। इसके बाद से सलमान खान को Y+ सुरक्षा दी गई है।
लॉरेंस बिश्नोई का गुरु कौन?
लॉरेंस बिश्नोई अपने गुरु के रूप में किसी एक व्यक्ति का नाम नहीं लेता, लेकिन उसने हमेशा अपने समुदाय और बिश्नोई संतों को आदर्श माना है। वह खुद को काले हिरण की सुरक्षा के लिए समर्पित योद्धा मानता है। इसके अलावा, उसके आपराधिक जीवन में गोल्डी बराड़ की भूमिका भी अहम है, जिसे वह अपना करीबी साथी और सहयोगी मानता है।
बिश्नोई गैंग का नेटवर्क और क्राइम इंपीर
लॉरेंस बिश्नोई का गैंग सिर्फ भारत तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके अंतरराष्ट्रीय संपर्क भी हैं। उसके गिरोह के पास लगभग 700 से अधिक शूटर हैं, जो भारत के विभिन्न राज्यों में फैले हुए हैं। इस गिरोह का नेटवर्क कनाडा, दुबई और पाकिस्तान तक फैला हुआ है। गैंग ने पिछले कुछ सालों में कई हाई-प्रोफाइल हत्याओं की जिम्मेदारी ली है, जिनमें पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी का नाम प्रमुख है।
सलमान खान पर खतरा क्यों?
सलमान खान का काले हिरण शिकार मामला लॉरेंस बिश्नोई के गुस्से की जड़ है। बिश्नोई खुद इस घटना के समय बहुत छोटा था, लेकिन उसके समुदाय के लिए यह घटना एक बड़ी बेइज्जती थी। उसने सलमान के खिलाफ अपनी दुश्मनी को अपनी पहचान और अपराध की दुनिया में अपने प्रभुत्व का प्रतीक बना लिया है। सलमान खान को बार-बार मिल रही धमकियों और हालिया गोलीबारी की घटनाओं ने यह साबित कर दिया है कि बिश्नोई इस दुश्मनी को किसी भी हद तक लेकर जा सकता है।
लॉरेंस बिश्नोई भारतीय अपराध जगत का एक प्रमुख नाम बन चुका है, जो अपने समुदाय के धार्मिक विश्वासों की रक्षा के नाम पर सलमान खान को निशाना बना रहा है। बिश्नोई की धमकियां और उसके गिरोह की बढ़ती ताकत उसे भारत के सबसे खतरनाक अपराधियों में से एक बनाती हैं। सलमान खान को अब भी उसके गिरोह से गंभीर खतरा है, और यह देखना होगा कि कानून व्यवस्था इस चुनौती से कैसे निपटती है।