दिल्ली में प्रदूषण पर नियंत्रण: 1 जनवरी तक पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध

Control of pollution in Delhi: Complete ban on firecrackers till January 1
Control of pollution in Delhi: Complete ban on firecrackers till January 1
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दिल्ली में लगातार बढ़ते प्रदूषण स्तर को ध्यान में रखते हुए दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) ने 1 जनवरी 2025 तक सभी प्रकार के पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध का आदेश दिया है। इस फैसले का मुख्य उद्देश्य राजधानी के वायु प्रदूषण को नियंत्रित करना है, जो विशेष रूप से सर्दियों के महीनों में गंभीर रूप से खराब हो जाता है। यह प्रतिबंध पटाखों के निर्माण, भंडारण, बिक्री, और ऑनलाइन प्लेटफार्मों के माध्यम से वितरण पर भी लागू होगा।

दिल्ली में 14 अक्टूबर 2024 को इस प्रतिबंध की घोषणा की गई, जो तुरंत प्रभावी हो गया। इसके तहत सभी प्रकार के पटाखों की बिक्री और निर्माण को प्रतिबंधित कर दिया गया है। यहां तक कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से पटाखों की डिलीवरी भी पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दी गई है। DPCC का यह कदम राजधानी में दीवाली और अन्य त्योहारों के दौरान वायु गुणवत्ता में गिरावट को रोकने के लिए उठाया गया है।

प्रदूषण नियंत्रण के लिए सख्त कदम

दिल्ली में सर्दियों के दौरान प्रदूषण के स्तर में भारी वृद्धि होती है, खासकर पटाखों और पराली जलाने से। इसके परिणामस्वरूप सांस लेने की बीमारियों में वृद्धि होती है और लोगों के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ता है। इस स्थिति से निपटने के लिए, दिल्ली सरकार ने 21-पॉइंट्स का एक विंटर एक्शन प्लान तैयार किया है। इसमें मुख्य जोर पटाखों के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने और लोगों को पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार बनाने पर है​।

दिल्ली पुलिस को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि यह प्रतिबंध सख्ती से लागू हो। DPCC के आदेशानुसार, पुलिस को इस संबंध में रोजाना की गई कार्रवाई की रिपोर्ट देनी होगी। इसके साथ ही, लोगों से अपील की गई है कि वे पटाखों का उपयोग न करें और प्रदूषण नियंत्रण में सहयोग दें​।

प्रतिबंध के पीछे के कारण

दिल्ली में प्रदूषण स्तर पहले ही खराब श्रेणी में पहुंच चुका है। Dusshera के एक दिन बाद, राजधानी का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 228 तक पहुंच गया, जो “खराब” श्रेणी में आता है। सरकार का मानना है कि पटाखों के उपयोग से प्रदूषण की स्थिति और गंभीर हो जाएगी, इसलिए यह प्रतिबंध सख्त आवश्यक था​।

पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दिल्ली के नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे इस प्रतिबंध का समर्थन करें और पटाखों के बजाय अन्य पर्यावरण-अनुकूल तरीकों से त्योहार मनाएं। उन्होंने कहा, “हर नागरिक को प्रदूषण के खिलाफ योद्धा बनना चाहिए।” उन्होंने सभी से आग्रह किया कि इस त्योहार के मौसम में पटाखों का उपयोग न करें और दीये और मिठाइयों के साथ त्योहार मनाएं​।

पटाखों के व्यापार से जुड़े कारोबारियों को वित्तीय नुकसान से बचाने के लिए, सरकार ने इस प्रतिबंध को पहले ही लागू कर दिया है ताकि उन्हें अपने व्यवसायों में समायोजन के लिए पर्याप्त समय मिल सके। इससे यह सुनिश्चित होगा कि व्यापारी आर्थिक संकट में न आएं​।

प्रदूषण से निपटने के लिए GRAP

वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने इस रविवार को राजधानी के वायु प्रदूषण का आकलन किया और कहा कि वह स्थिति पर करीब से नजर रखेगा। CAQM ने यह भी संकेत दिया कि यदि प्रदूषण का स्तर और बढ़ता है तो वह जल्द ही “ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान” (GRAP) का चरण-1 लागू करेगा​।

दिल्ली सरकार का यह निर्णय प्रदूषण को नियंत्रित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रदूषण के गंभीर खतरे को ध्यान में रखते हुए, सरकार ने इस प्रतिबंध को प्रभावी ढंग से लागू करने का निर्देश दिया है और उम्मीद की है कि लोग इसके प्रति जागरूक होकर सहयोग करेंगे।

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Team K.H.
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