7 अक्टूबर, 2023 को इज़राइल पर हमास द्वारा किए गए हमले की पहली बरसी पर, अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस दुखद घटना को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी। यह हमला द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यहूदियों पर सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है, जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए थे, जिनमें 46 अमेरिकी नागरिक भी शामिल थे। इस हमले के बाद इज़राइल और हमास के बीच गंभीर संघर्ष शुरू हो गया था, जो अब तक जारी है।
हमले के बाद का संघर्ष और राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ
इस हमले के बाद इज़राइल ने गाजा में हमास के खिलाफ एक बड़ा सैन्य अभियान चलाया, जिसमें अब तक 41,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं। इनमें से कई महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। हमास नियंत्रित स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार यह आंकड़ा जारी किया गया, जो नागरिकों और आतंकवादियों के बीच कोई फर्क नहीं करता। इस बीच, लेबनान से हिज़्बुल्लाह ने इज़राइल पर हजारों रॉकेट दागे हैं, जबकि ईरान द्वारा भी मिसाइल हमले किए जा रहे हैं, जिन्हें अमेरिका द्वारा प्रतिरक्षा के रूप में नष्ट किया जा रहा है।
इस दुखद घटना के एक साल पूरे होने पर, डोनाल्ड ट्रंप ने फ्लोरिडा में यहूदी समुदाय के नेताओं के सामने एक कार्यक्रम में भाग लिया। उन्होंने बाइडेन-हैरिस प्रशासन पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी नीतियों ने ईरान को और अधिक शक्तिशाली बनाया है, जिससे इस संघर्ष की आग और भड़क उठी। इसके विपरीत, उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने अपने पति डग एम्हॉफ के साथ उपराष्ट्रपति निवास पर एक अनार का पेड़ लगाकर हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी। एम्हॉफ, जो यहूदी हैं, ने वाशिंगटन में आयोजित एक स्मरण कार्यक्रम में शांति के लिए प्रार्थना भी की।
ट्रंप और हैरिस के बीच बढ़ते राजनीतिक तनाव
ट्रंप ने इस मौके पर यहूदियों के डेमोक्रेट्स के समर्थन पर सवाल उठाया और कई बार यह कहा कि जो यहूदी डेमोक्रेट्स के लिए वोट करते हैं, उन्हें “अपना सिर जांचना चाहिए।” वहीं, हैरिस ने इज़राइल के साथ अमेरिका के मजबूत संबंधों पर जोर देते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच गहरा गठबंधन है। हालांकि, इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ ट्रंप के संबंधों में तनाव बना हुआ है। ट्रंप ने नेतन्याहू को 2020 में हुए अमेरिकी चुनावों में बाइडेन को बधाई देने के लिए आलोचना की थी और पिछले साल 7 अक्टूबर के हमले के बाद भी उन पर आरोप लगाए थे कि वे इस हमले के लिए तैयार नहीं थे।
अमेरिका और इज़राइल के संबंधों की दिशा
इस वर्षगांठ पर, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने व्हाइट हाउस के ब्लू रूम में एक स्मारक मोमबत्ती जलाकर इस दुखद दिन को याद किया। वहीं, हैरिस और बाइडेन ने लगातार यह बात दोहराई है कि अमेरिका इज़राइल की सुरक्षा के प्रति पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और उनके प्रशासन ने कई बार ईरानी मिसाइलों को नष्ट किया है जो इज़राइल को निशाना बना रही थीं।
7 अक्टूबर के हमले की पहली बरसी ने न केवल अमेरिका और इज़राइल के बीच गहरे रिश्तों को एक बार फिर उजागर किया, बल्कि राजनीतिक मंच पर बढ़ते तनाव और आरोप-प्रत्यारोपों को भी सामने रखा। ट्रंप और हैरिस दोनों ने इस मौके पर अपने-अपने तरीकों से हमले के पीड़ितों को याद किया और अपनी नीतियों को लेकर जनता के बीच अपनी स्थिति स्पष्ट करने की कोशिश की।
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