सोमवार की शाम को OpenAI के आधिकारिक X (पहले ट्विटर) अकाउंट को हैक कर एक क्रिप्टोकरेंसी घोटाले का प्रचार किया गया। OpenAI Newsroom (@OpenAINewsroom) नामक इस अकाउंट, जो कि AI रिसर्च कंपनी OpenAI से जुड़ी खबरें साझा करता है, पर लगभग 54,000 फॉलोअर्स हैं। इस अकाउंट से एक फर्जी $OPENAI टोकन की घोषणा की गई, जिसे “AI और ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के बीच का पुल” बताया गया।
घोटाले का तरीका:
सोमवार शाम 6:24 PM ET पर, @OpenAINewsroom अकाउंट से एक पोस्ट किया गया जिसमें कहा गया कि सभी OpenAI उपयोगकर्ता $OPENAI टोकन के प्रारंभिक वितरण का हिस्सा होने के लिए पात्र हैं। इस पोस्ट में एक लिंक दिया गया था जो OpenAI की आधिकारिक वेबसाइट के नकली संस्करण की ओर ले जाता था। जब यूजर्स ने इस लिंक पर क्लिक किया, तो उन्हें एक पेज पर ले जाया गया, जहाँ उनसे अपने क्रिप्टो वॉलेट को कनेक्ट करने के लिए कहा गया था। यह स्पष्ट रूप से एक फिशिंग घोटाला था, जिसका उद्देश्य यूजर्स की निजी क्रिप्टो जानकारी चुराना था।
हैक के बाद की प्रतिक्रियाएं:
घटना के तुरंत बाद, इस फर्जी पोस्ट को हटा दिया गया। हालाँकि, OpenAI या X की तरफ से इस घटना पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया था जब तक कि रिपोर्ट्स ने इसे उजागर किया। इस तरह की घटनाएं दर्शाती हैं कि बड़े तकनीकी संगठन भी साइबर हमलों से सुरक्षित नहीं हैं। OpenAI जैसे बड़े संगठन के अकाउंट को हैक कर क्रिप्टो घोटाले को बढ़ावा देना, साइबर सुरक्षा में मौजूद खामियों को उजागर करता है।
X पर लगातार बढ़ते घोटाले:
यह पहली बार नहीं है जब OpenAI के साथ इस तरह का साइबर हमला हुआ हो। इससे पहले भी, OpenAI के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों के X अकाउंट को हैक कर ऐसे ही घोटालों का प्रचार किया गया था। अगस्त 2024 में, कंपनी के CTO मिरा मुराटी का X अकाउंट हैक कर $OPENAI टोकन के बारे में झूठी जानकारी फैलाई गई थी।
ऐसे घोटालों से कैसे बचें:
- संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें: अगर आपको किसी अज्ञात स्रोत से कोई लिंक प्राप्त होता है, तो उस पर क्लिक करने से बचें। ख़ासकर जब यह लिंक किसी महत्वपूर्ण तकनीकी संगठन या बड़ी कंपनी से जुड़ा हो।
- फर्जी वेबसाइटों से सावधान रहें: हमेशा वेबसाइट के URL को ध्यान से देखें। फर्जी वेबसाइटें असली वेबसाइट की हूबहू नकल कर सकती हैं लेकिन उनके URL में छोटे-मोटे बदलाव होते हैं।
- क्रिप्टो वॉलेट को बिना सोच-समझे कनेक्ट न करें: किसी भी अज्ञात प्लेटफॉर्म पर अपने क्रिप्टो वॉलेट को जोड़ने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि वह प्लेटफॉर्म असली और सुरक्षित है।
- सुरक्षा अपडेट्स को अपनाएँ: हमेशा दो-फैक्टर ऑथेंटिकेशन जैसे सुरक्षा उपायों का पालन करें और अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें।
यह घटना हमें बताती है कि क्रिप्टो स्कैमर्स अब नई और अधिक चालाक तकनीकों का उपयोग कर रहे हैं। OpenAI जैसी बड़ी और प्रतिष्ठित कंपनियाँ भी इसके निशाने पर हैं। यूजर्स को इनसे सतर्क रहने और हमेशा ऑनलाइन सुरक्षा के उपायों को अपनाने की आवश्यकता है। इस प्रकार के हमलों से बचने के लिए हमें तकनीकी जानकारी के साथ-साथ साइबर सुरक्षा के नए-नए उपाय भी अपनाने चाहिए।