गूगल ने हाल ही में अपने वर्चुअल ट्राई-ऑन फीचर को महिलाओं के कपड़ों में विस्तारित किया है, खासकर ड्रेसेस के लिए। पहले यह सुविधा केवल पुरुषों और महिलाओं के टॉप्स के लिए उपलब्ध थी, लेकिन अब ग्राहक विभिन्न ब्रांडों की सैकड़ों ड्रेसेस को ऑनलाइन मॉडल्स पर पहनकर देख सकते हैं। यह टूल जनरेटिव AI तकनीक पर आधारित है, जो कपड़े की फिटिंग, उसकी सिलवटें, छाया और ड्रेपिंग जैसी बारीकियों को यथार्थ तरीके से प्रदर्शित करता है।
ड्रेसेस के लिए नई AI तकनीक
ड्रेसेस की जटिलता, जैसे कि कपड़े का शरीर पर अधिक हिस्सा ढकना और उनके डिज़ाइन की बारीकियों को ध्यान में रखते हुए, गूगल ने एक नई तकनीक विकसित की है, जिसे VTO-UNet Diffusion Transformer (VTO-UDiT) कहा जाता है। यह तकनीक मॉडल की व्यक्तिगत विशेषताओं को संरक्षित रखते हुए कपड़े को यथार्थ रूप में दिखाने के लिए डिज़ाइन की गई है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि चेहरे या शरीर के अन्य हिस्से धुंधले न हों और कपड़े की सही फिटिंग और लुक का अनुभव मिले।
यू.एस. में उपयोगकर्ता गूगल सर्च में ड्रेसेस खोज सकते हैं और किसी भी स्टाइल के लिए “ट्राई ऑन” बटन पर क्लिक कर सकते हैं। इसके बाद, ग्राहक विभिन्न आकारों (XXS से 3XL) और भिन्न त्वचा टोन, शरीर के प्रकारों और हेयरस्टाइल्स के वास्तविक मॉडल्स पर कपड़े को पहनने का अनुभव कर सकते हैं। इसके बाद, वे अपनी पसंदीदा ड्रेसेस को रिटेलर्स की वेबसाइट से खरीद सकते हैं।
फैशन इंडस्ट्री में AI का योगदान
गूगल का यह विस्तार फैशन इंडस्ट्री के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, खासकर न्यूयॉर्क फैशन वीक 2024 के दौरान। फैशन शो के बाद, ग्राहक रियल टाइम में रनवे पर दिखाए गए कपड़ों को वर्चुअली ट्राई कर सकते हैं और सीधे रिटेलर्स से प्री-ऑर्डर कर सकते हैं। इस पहल का उद्देश्य ग्राहकों को उनके शरीर के अनुसार बेहतर शॉपिंग अनुभव प्रदान करना और रिटर्न की दर को कम करना है।
वर्चुअल ट्राई-ऑन से बेहतर अनुभव
गूगल के आंकड़ों के अनुसार, वर्चुअल ट्राई-ऑन इमेजेज अन्य पारंपरिक शॉपिंग इमेजेज की तुलना में 60% ज्यादा हाई-क्वालिटी व्यूज प्राप्त करती हैं। औसतन, ग्राहक प्रति उत्पाद चार अलग-अलग मॉडलों पर कपड़े पहनकर देखना पसंद करते हैं। इस फीचर की वजह से ग्राहक ब्रांड की वेबसाइट पर अधिक विज़िट करते हैं, जिससे ब्रांड्स को अधिक ट्रैफिक मिलता है।
गूगल का यह AI आधारित ट्राई-ऑन टूल, जो जनरेटिव AI का उपयोग करता है, भविष्य में फैशन और ई-कॉमर्स के लिए एक नई दिशा दिखा सकता है। इससे ग्राहक न केवल अपनी पसंद के अनुसार कपड़े चुन सकते हैं, बल्कि उनके फिट और स्टाइल का भी सही अनुमान लगा सकते हैं, जिससे खरीदारी का अनुभव पहले से अधिक संतोषजनक हो सके।
यह भी पढ़े: OpenAI का SearchGPT: क्या यह सचमुच Google का विकल्प बन सकता है?