टोक्यो | शिबुया की एक शांत गली में, जो टोक्यो के सबसे रंगीन और व्यस्त उपनगरों में से एक है, वहां के एक फ्रेंच-प्रेरित कैफे के अवशेष हैं। इसके ऊपर वह कांच की इमारत है जो कभी Mt Gox का मुख्यालय थी, जो 2014 में हैक्स की एक श्रृंखला के बाद ढह गई थी। इसमें 850,000 बिटकॉइन की चोरी हो गई थी।
Mt Gox का पतन और पुनरुद्धार
Mt Gox की शुरुआत
Mt Gox की शुरुआत 2010 में एक अमेरिकन प्रोग्रामर जेड मैकेलेब (Jed McCaleb) ने की थी। प्रारंभ में, यह वेबसाइट “Magic: The Gathering” नामक एक लोकप्रिय कार्ड गेम की ट्रेडिंग के लिए बनाई गई थी। वेबसाइट का नाम “Mt Gox” इसी गेम के आधार पर रखा गया था।
2010 में, बिटकॉइन ने धीरे-धीरे लोकप्रियता हासिल करनी शुरू की, और मैकेलेब एक बिटकॉइन एक्सचेंज में परिवर्तित कर दिया। इस समय, बिटकॉइन की कीमत बहुत ही कम थी और यह मुख्य रूप से तकनीकी उत्साही और क्रिप्टोग्राफी के शौकीनों के बीच प्रचलित था। Mt Gox जल्द ही बिटकॉइन ट्रेडिंग का प्रमुख मंच बन गया और यह दुनिया का सबसे बड़ा बिटकॉइन एक्सचेंज बन गया।
Mt Gox का पतन
सुरक्षा समस्याएँ और हैकिंग
Mt Gox के शुरुआती दिनों में ही सुरक्षा समस्याओं का सामना करना पड़ा। 2011 में, Mt Gox को हैक किया गया और लगभग 850,000 बिटकॉइन चोरी हो गए। यह एक बहुत बड़ी चोरी थी जिससे रक्षा और प्रबंधन पर गंभीर सवाल उठाए गए। इस घटना के बाद भी Mt Gox ने अपनी सेवाओं को जारी रखा, लेकिन यह स्पष्ट हो गया कि कंपनी सुरक्षा में निवेश करने में विफल रही थी।
प्रशासनिक और प्रबंधन त्रुटियाँ
Mt Gox के सीईओ, मार्क कार्पेलस (Mark Karpeles), को प्रबंधन और वित्तीय रिकॉर्ड में गड़बड़ी के आरोपों का सामना करना पड़ा। कंपनी के वित्तीय रिकॉर्ड में हेरफेर और अन्य वित्तीय अनियमितताओं ने कंपनी की स्थिति को और भी खराब कर दिया। कार्पेलस पर वित्तीय धोखाधड़ी के आरोप लगे और उन्हें जापानी अदालत ने दोषी ठहराया।
अंतिम पतन
2014 निकासी को निलंबित कर दिया और घोषणा की कि कंपनी 850,000 बिटकॉइन खो चुकी है, जिनकी कीमत उस समय $480 मिलियन थी। इस घटना ने वैश्विक स्तर पर क्रिप्टोकरेंसी समुदाय को हिला कर रख दिया। इसके बाद Mt Gox ने दिवालियापन के लिए फाइल किया और अपने ग्राहकों के सभी बिटकॉइन खो दिए गए।
Mt Gox की कहानी एक महत्वपूर्ण सबक है कि कैसे सुरक्षा में लापरवाही और प्रबंधन में त्रुटियाँ एक प्रमुख वित्तीय सेवा प्रदाता के पतन का कारण बन सकती हैं। यह घटना क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों के लिए एक के रूप में काम करती है कि सुरक्षा और प्रशासनिक कुशलता का महत्व कितना महत्वपूर्ण है।
Mt Gox का उदय और पतन क्रिप्टोकरेंसी के इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना है। यह कहानी न केवल क्रिप्टोकरेंसी के शुरुआती दिनों की कठिनाइयों को दर्शाती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि कैसे तकनीकी और प्रशासनिक विफलताएँ वित्तीय संकट का कारण बन सकती हैं। Mt Gox के पतन ने क्रिप्टोकरेंसी समुदाय को महत्वपूर्ण सबक सिखाए हैं और इसके परिणामस्वरूप आज के एक्सचेंज अधिक सुरक्षित और विनियमित हो गए हैं।
दिवालियापन और कानूनी लड़ाई
Mt Gox की दिवालियापन प्रक्रिया ने अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों में जगह बनाई और कानूनी लड़ाई शुरू हुई। जापान के कानूनों के तहत, जो भी संपत्ति वापस पाई जाती, वह जापानी सरकार की हो जाती। लेकिन लगभग 24,000 ऋणदाताओं में से 1,000 ने मिलकर धन जुटाया, वकीलों की मदद ली और अपने अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी। अंततः, वे अपनी प्रारंभिक होल्डिंग्स का लगभग 25% जीतने में सफल रहे।
निवेशकों की वापसी
2021 के अंत में, टोक्यो जिला अदालत ने एक पंजीकरण और मुआवजा योजना स्थापित करने पर सहमति व्यक्त की। जुलाई 2022 में, पुनर्वास ट्रस्टी ने बताया कि वास्तविक भुगतान के लिए तैयारी की जा रही है। इस प्रक्रिया में लगभग 141,686 बिटकॉइन और 142,846 बिटकॉइन कैश शामिल हैं, जिनकी अनुमानित कीमत $9.4 बिलियन है।
इन ऋणदाताओं में पूर्व ड्रग डीलरों से लेकर डूम्सडे प्रेपर्स और सरकारी संस्थानों पर अविश्वास करने वाले लोग शामिल हैं। अधिकांश निवेशक बस जिज्ञासु इंटरनेट उपयोगकर्ता थे जिन्होंने शुरुआती दिनों में बिटकॉइन खरीदा था।
कई निवेशकों का मानना है कि बिटकॉइन प्राप्त करने के बाद वे इसे तुरंत नहीं बेचेंगे। हालांकि, यह देखा जाना बाकी है कि वे अपने नए प्राप्त बिटकॉइन को कैसे उपयोग में लाते हैं।
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