पाकिस्तान के कराची से आयेशा राशन ने हाल ही में डॉ. के.आर.बालाकृष्णन के मार्गदर्शन में एमजीएम हेल्थकेयर में हृदय प्रत्यारोपण कराया। आयेशा का हृदय रोग 2014 में हुआ था, जब उसे डॉ. के.आर.बालाकृष्णन और उनकी टीम के निर्देशन में भारत लाया गया था और उसे एक उपकरण लगाया गया था ताकि उसका हृदय स्थिर रहे। इस साल की शुरुआत में, उस उपकरण में कुछ समस्या आई थी। इसलिए परिवार ने लड़की को फिर से भारत लाया और उसे उपचार के लिए डॉ. बालाकृष्णन से सलाह ली और चेन्नई के एमजीएम हेल्थकेयर का दौरा किया, जहां डॉक्टरों ने लड़की के लिए एक हृदय प्रत्यारोपण की सिफारिश की।
परिवार ने डॉक्टरों को सूचित किया कि उनके पास एक पूरी तरह से हृदय प्रत्यारोपण के लिए वित्तीय सहारा नहीं है। डॉक्टरों ने स्थानीय एश्वर्यम ट्रस्ट (एनजीओ) को सूचित किया, जो दिल का दाता, दिल्ली के एक 69 वर्षीय मरने के बाद अद्यतित व्यक्ति को व्यवस्थित करने में सहायता करने में आई।
रिपोर्ट्स के अनुसार, हृदय प्रत्यारोपण प्रक्रिया जो की 35 लाख रुपये की लागत में है, इसे चेन्नई हॉस्पिटल और एश्वर्यम ट्रस्ट ने निर्धारित किया। रोगी का परिवार अपनी सेहत की जाँच के लिए पिछले 18 महीनों से भारत में है। भारत में सफल हृदय प्रत्यारोपण के बाद, आयेशा और उसका परिवार ने एमजीएम हेल्थकेयर चेन्नई के डॉक्टरों और एश्वर्यम ट्रस्ट को नई जिंदगी देने के लिए धन्यवाद दिया। परिवार ने भारत में वापिस जाकर पाकिस्तान में ऐसी स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी का भी उल्लेख किया।
🚨 19-year-old Pakistani girl Ayesha Rashan undergoes successful heart transplant surgery for free through Aishwaryam Trust in Chennai, India. pic.twitter.com/O4tUCIk4sH
— Indian Tech & Infra (@IndianTechGuide) April 26, 2024
आगे की कहानी:
इस मामले में एक ऐसा उदाहरण सामने आया है जो देशों के बीच आमने-सामने बड़े राजनीतिक और सामरिक विवादों के बावजूद इंसानियत की जीत को साबित करता है। इस घटना से स्पष्ट होता है कि जब इंसानी जिंदगी का सवाल होता है, तो राष्ट्रीय सीमाओं की कोई महत्वता नहीं रहती। आशा है कि ऐसी मामले से समृद्ध भारत-पाकिस्तान संबंधों की सामूहिक मानवीयता और सहानुभूति की दिशा में एक प्रेरणास्त्रोत बने।
यह समाचार हर इंसान के दिल को छूने वाली कहानी है जो हमें याद दिलाती है कि दुनिया की सबसे बड़ी शक्ति इंसानीत है, जो सीमाओं को पार करके भाईचारा और सहानुभूति की मिसाल पेश करती है।
यह भी पढ़े: सोनम कपूर के बड़े खुलासे: जानिए कामकाजी मांओं के बारे में सच्चाई!